इन लव विथ बिलियनेयर( कॉन्ट्रैक्ट मैरिज ) (भाग-42)
आनंद का कमरा ,
सुबह 5 बजे के आस पास खुशी अपने बेड से उठती है तो अपना सर पकड़कर बैठ जाती है क्योंकि भांग का नशा तो उतर गया होता है पर साथ में सर दर्द छोड़ कर....वो खुद को संभालते हुए बेड से उठती है और देखती है की आनंद सोफे पर लेटा हुआ है एक पैर नीचे लटका के.....वो उसे देख कर मुस्कुराती है और फिर बाथरूम में चली जाती है ......थोड़ी देर बाद वो जब बाहर आती है तो उसकी नजर सामने रखे नींबू जूस की ग्लास पर जाती है , वो उसे पीती है और ग्लास टेबल पर रखकर जाने लगती है तों पीछे से आनंद उसका हाथ पकड़ लेता है ....वो रुक जाती है और पीछे मुड़ कर देखती है की आनंद अभी भी अपनी आंखे बन्द किए हुए लेटा है ....वो उसे देखती है और फिर अपना हाथ छुड़ाने लगती है तो आनंद कहता है ,
आनंद -( हाथ पकड़े हुए ही )
फलक तक चल साथ मेरे
फलक तक चल साथ चल.....
खुशी -( हैरानी से ) क्या .....कही नही जाना मुझे ..अभी आप बाथरूम में चलिए ...
( आनंद आंखे बंद किए हुए ही उठता है और उसे पीछे से ही पकड़ कर कहता है )
आनंद - ये बादल की चादर
ये तारों के आँचल
में छुप जाएं हम पल दो पल......
खुशी - आनंद जी छोड़िए....ये भांग का नशा अभी तक नही उतरा क्या 🙄( चिल्लाते हुए ) आंटी जी ....
आनंद - चल वो चौबारे ढूंढें
जिनमें चाहत की बूँदें
सच कर दे सपनो को सभी
आँखों को मीचे-मीचे
मैं तेरे पीछे-पीछे
चल दूँ जो कह दे तू अभी
खुशी - ( खुद को छुड़ाते हुए ) हां तो चलिए ना बाथरूम में...अभी आपका सपना पूरा कर देती हु ....
( खुशी आनंद को खींचते हुए ले जाने लगती है तो वो खुद को छुड़ाकर वही नीचे बैठ जाता है और हाथो को हिलाते हुए कहता है )
आनंद - बहारों के छत हो
दुआओं के ख़त हो
बढ़ते रहे ये ग़ज़ल
खुशी -( आनंद को बैठे हुए ही खींचते हुए ) बाथरूम मे चलिए साथ मेरे
बाथरूम तक चल साथ चल........
( खुशी उसे खींचते हुए बाथरूम में लेकर चली जाती है और जैसे ही आनंद कहता है )
आनंद - बहारों .....
( खुशी शॉवर खोल देती है और गाती है )
खुशी - फुहारों का पानी हो ....
और उसमे आनंद बाबू 😂😂.......
( इससे पहले खुशी आगे कुछ कह पाती आनंद उसे अपनी तरफ खींच लेता है और शॉवर के पानी में भिगोते हुए कहता है )
आनंद - मेरी जिंदगी के चैन ,बटन लुटने वाली को गुड मॉर्निंग 😜
खुशी -( घूरते हुए ) 😕 आपका नशा तो उतर गया होगा ना अब.....
आनंद - अभी तक तो शायद नही ......
खुशी - (खड़े होकर )रुकिए अभी उतार देती हु🙄 फालतू का मुझे भी भिगो दिया 🙄.....
आनंद - तो क्या हुआ ...फिर से नहा लीजिए ..😆
खुशी - 😏अभी मैं आपको बताती हु ....
( वो बाल्टी का पानी उठाती है और पूरा एक ही बार आनंद के ऊपर उधेल देती है जिससे वो कहता है )
आनंद - उतर गया नशा मेरा ....
खुशी -( बाहर आकर ) ये हुई ना बात ...और मिस्टर आनंद अब आप पूरा नशा खतम करके बाहर आइएगा ....
आनंद - जी बीवी जी ....
( खुशी मुस्कुराते हुए दरवाजा बंद करके साड़ी चेंज करती है और रूम से बाहर चली जाती है । हॉल में सब लोग सोफे पर अपना सर पकड़कर बैठे होते है और नील कॉफी पी रहा होता है ....सबको ऐसे देख खुशी कहती है )
खुशी - ये आप लोग अपना सर पकड़कर क्यों बैठे है ?
संजना -( सर ऊपर करके ) भाभी वो जरा अपने आनंद बाबू को बुलाइए ....आज तो मैं उन्हे बजाकर रहूंगी ...🙄
देव -( संजना की तरफ देखकर ) वो कोई ढोलक थोड़े है जो तुम बजाओगी ....
संजना - देव ....
( देव चुप हो जाता है और वहां से उठकर किचन में चला
जाता है ....उसके जाने के बाद खुशी कहती है )
खुशी - आप लोगो ने नींबू जूस पिया क्या ?
( सब ना करते है तो खुशी खुद ही किचन में चली जाती है और देखती है की ट्विंकी और आराध्या जी खाना बनाने में लगे हुए है ...उन्हे देख वो अपनी साड़ी को अच्छे से सेट करती है और कहती है )
खुशी - अरे आंटी जी आपने मुझे क्यों नही बुलाया ?( बेलन हाथो से लेते हुए ) आप हटिए मैं बना दूंगी और ( देव से ) भाई आप सबको नींबू पानी दे दीजिए .....
देव - ठीक है ....
आराध्या जी - तुम्हारा नशा उतर गया 😅
खुशी - ( मुस्कुराते हुए ) हां थोड़ी देर पहले ही उतारा गया है .....
आराध्या जी - क्या मतलब....
खुशी - अरे कुछ नही ....आपने ऋषभ जीजू को देखा क्या ??
आराध्या जी - हां ...वो सभी नौकरों को लेकर एक रूम में है ...तभी तो मैं किचन में हु 😅
खुशी -( हैरानी से ) क्यों ??
आराध्या जी - पता नही ... ..पूछा था मैने पर कोई जवाब नही दिया....
खुशी - ओह .....ठीक है आप हॉल में बैठिए ..ब्रेकफास्ट बन जायेगा तो मैं बुला लूंगी 😊
आराध्या जी - ठीक है......
( आराध्या जी चली जाती है तो खुशी ट्विंकि को अकेले किचन में पाकर पूछती है )
खुशी - तुम कंपनी कब ज्वाइन करोगी ??
ट्विंकी - बस ...आप लोगो के साथ ही चलूंगी ....
खुशी -( खुश होकर ) क्या सच में??
ट्विंकी - हां.....
( खुशी खुश होकर सोचती है चलो मौका अच्छा है एक बार पूछ लेती हु ...वो ट्विंकी से पूछने ही जाती है की आराध्या जी उसे बाहर बुला लेती है राहुल जी को मेडिसिन देने के लिए .... ट्विंकी आती हु कहकर चली जाती है .....उसके जाने के बाद देव किचन में आता है और ट्रे रखकर कहता है )
देव - दीदी सभी को जूस दे दिया है ...सिवाय उस रक्तचुस्मानाव को ....
खुशी - ( हैरान से ) कौनसे मानव को ??
देव - ऊप्स मेरा मतलब संजना को ......
खुशी - तुम भी ना ...कितना लड़ते हो दोनो के दोनो ....
देव - ओह दीदी ....मैं बिल्कुल शांतप्रिय इंसान हु ....वो ही संजना हमेशा लड़ाकू विमान बनी रहती है .....😏
( पीछे से कोई कहता है - कौन लड़ाकू विमान बना रहता है )
देव मुड़कर देखता है की संजना किचन के पास ही खड़ी है और उसे घूरते हुए देख रही .....उसे देख वो कहता है ,
देव -( धीरे से ) आज तो मैं गया ....( संजना से ) कौन लड़ाकू विमान ....मैने तो कुछ कहां ही नही ...देख लो तुम्हारे कान बज रहे होंगे ..
संजना - ( आंखे छोटी करके ) मेरे कानो के बारे में कुछ बेकार मत बोलना वरना तुम्हारे उखाड़ लुंगी .....
( खुशी उन दोनो को ऐसे बहस करते देख ....आखिरी परांठा बनाती है और खिसक लेती है ...उसके जाने के बाद देव कहता है )
देव -( अपने कानो को ढक कर ) हे भगवान इस लड़की ने तो मेरी जिंदगी झंड कर दी है .....
संजना - बोल तो ऐसे रहे हो जैसे मैं तुम्हारी गर्लफ्रेड हु....😏
देव - ( उसके सामने खड़े होकर ) रक्तचुस्मानव .....मेरी ऑलरेडी गर्लफ्रेड है ...( मुंह दूसरी तरफ फेरकर ) तुम्हारी जरूरत नही 😏😏.....
संजना - (हैरानी से ) कौन है ??
( देव बिना कोई जवाब दिए किचन से बाहर निकल जाता है और संजना उसे जाते हुए देखती रह जाती है ......बाहर हॉल में खुशी को आया देख आदि कहता है )
आदि - अवनी कहां है ?
खुशी - पता नही भाई ....सुबह से तो देवी जी को देखा भी नही मैंने .....
नैंसी - दीदी सो रही होंगी ....
खुशी - तुम कहा थी सुबह से ?
नैंसी - गार्डेन में फूलो को देखने ....
खुशी - तुम और तुम्हारे फूल ...... आह जाकर नींबू जूस पी लो .....
नैंसी - क्यों ...…एक मिनट मैने भांग पी थी क्या ?
नील -( न्यूजपेपर पढ़ते हुए ) जी .....
( नैंसी उसकी तरफ देखने लगती है की तभी राहुल जी अपने कमरे से आते है और सोफे पर बैठकर कहते है )
राहुल जी - गुड मॉर्निंग बच्चो .......
( सभी लोग गुड मॉर्निंग विश करते है और शांत हो जाते है ......उन्हे ऐसे शांत देख वो कहते है )
राहुल जी - अरे क्या हुआ ....इतने शांत क्यों हो सब लोग ?
रिया - वो अंकल जी सबने भांग पी थी ना तो बस ....अभी भी सर घूम रहा ....
राहुल जी - ओह .....तो चलो सर के साथ साथ खुद को पूरा हिला लो ......
आनंद -( पीछे से ही ) क्या मतलब अंकल जी ....
राहुल जी - अभी बताता हु ......
( वो फिर हॉल में रखा हुआ ही म्यूजिक प्लेयर ऑन कर देते है )
दिल लगा लिया, मैंने तुमसे प्यार कर के
तुमसे प्यार कर के
दिल चुरा लिया, मैंने इकरार कर के
इकरार कर के
दिल लगा लिया......
( सब लोग एक दूसरे को देखने लगते है की राहुल जी ... आराध्या जी का हाथ पकड़ लेते है और उन्हें नचाते हुए कहते है )
राहुल जी - मेरे दिलजानी, मेरी माही, मेरे ढोलना
कोई सुन लेगा ज़रा धीरे-धीरे बोलना......
( आराध्या जी शर्मा जाती है की सब लोग उन्हें ऐसे देखकर मुस्कुरा रहे ....तभी विहान ट्विंकि के पास जाता है और कहता है )
विहान - ये मॉम डैड ऐसे डांस करते हुए कितने अच्छे लग रहे है ना ...
ट्विंकि - हां ...बहुत ज्यादा और जब डैड बोर होते है तो ऐसे ही गाना लगाकर डांस करते है। ....
विहान - हम भी करेंगे क्या ??
ट्विंकि -( सामने देखते हुए ) हां करेंगे .........एक मिनट ( विहान की तरफ देखकर) क्या कहा ......
( विहान ...ट्विंकी से दूर जाकर खड़ा हो जाता है और गाता है )
विहान - हाँ इश्क़ किया है मैंने चोरी नहीं की है
तेरे संग यारा जोरा-जोरी नहीं की है
(सब लोग विहान की तरफ देखने लगते है क्योंकि उसने वो बात बोल दी होती है जो वो कहना चाहता था.....सभी को अपनी तरफ ऐसे देखते हुए कहता है )
विहान - अरे ...सॉन्ग का नेक्स्ट लाइन यही था....😅
( सब लोग फिर गाना गाने लगते है .....ऊपर कमरे में अवनी अभी भी सो रही होती है .....पर गाने की आवाज सुनकर उसकी नींद टूट जाती है और वो खुद को संभालते हुए उठकर बेड पर बैठ जाती है और अपनी कमर को पकड़ कर कहती है )
अवनी - ओह गॉड इसे क्या हो गया अब ..... लाते ऋषभ जी को मिलती है और आज दर्द मुझे हो रहा 😕😕......
( तभी गाना बजने लगता है )
बीच सफ़र में कहीं मेरा साथ छोड़ के
तुझको कसम हैं नैय्यो जाना दिल तोड़ के
( अवनी अपना सर पकड़ लेती है क्योंकि भांग पीने की वजह से उसका सर ऑलरेडी दर्द हो रहा होता है ऊपर से ये गाना सुनकर तो वो थोड़ी इरिटेट हो जाती है ......अपना सर पकड़े हुए ही )
अवनी - अब ये सर दर्द क्यों हो रहा......ऋषभ जी को पता चला तो वो मुझे फिर से डॉक्टर के पास बिठा देगे। .......( इधर - उधर देखकर ) ऋषभ जी कहां है ......
( तभी उसके सर में तेज दर्द होने लगता है तो वो सर को दोनो हाथो से पकड़कर नीचे झुका लेती है ........बाहर जैसे जैसे गाना बजता है ...अवनी का सर दर्द बढ़ने लगता है और साथ में रात का सब कुछ धीरे धीरे याद आने लगता है , वो हैरानी से अपना सर ऊपर कर लेती हैं और उसे ऐसा लगता है की जो भी कल रात हुआ वो सब आंखों के सामने घूम रहा ......वो अपने मुंह पर हाथ रखकर कहती है ,
अवनी - नहीं......ऐसा नहीं हो सकता ....ये सब क्या बोल दिया मैने ऋषभ जी से .( आंखे बंद करके) पक्का ये सपना है सिर्फ ...
(पर फिर भी उसकी आंखों से आंसू निकलने लगते हैं जब उसे रात का हर एक पल याद आने लगता है , वो खुद को कंबल से ढक लेती है ......और कहती है ,
अवनी - ( आंखे बन्द किए हुए ही ) आप ऐसा कैसे कर सकते है ऋषभ जी .........जिस बात का डर था वही हुआ 😭😭........( गुस्से में ) आपकी हिम्मत कैसे हुई ये सब मेरे साथ करने की .....
( वो फिर से अपना सर पकड़ लेती है ...उसे समझ नहीं आता है की वो शर्माए , गुस्सा करे या शांत रहे , वो कुछ देर तक ऐसे ही बैठी रहती और शांति से कहती है )
अवनी - आपकी गलती कहां है .....सब तो मैंने किया ... ओह ऋषभ जी अब आप मेरे बारे में क्या सोच रहे होंगे ......( आंसुओ को पोछकर ) अब मैं आपके सामने नही आ सकती ..
..( गुस्से में ही सारा तकिया नीचे फेंक देती है और कहती हैं,)
अवनी - नहीं.....नही फेस कर पाऊंगी मै.....
( फिर वो बेड से उठकर बाथरूम में घुस जाती है और वही बैठकर शॉवर ऑन कर देती है ....).
नीचे हॉल में ,
हॉल में सब लोग गानों पर डांस करके वही सोफे पर फिर से बैठ जाते है....तो राहुल जी कहते हैं ,
राहुल जी - ये हुई ना बात .....तो बताओ कैसा लगा ?
आनंद - अंकल होली से ज्यादा मजा तो मुझे अभी याद आया ....😍
( रिया बीच में ही )
रिया - अरे होली से याद आया ( नील से ) भाई कल होली की वो विडियो लाइए...( मुस्कुराते हुए ) सबको सबके कारनामे दिखाने है .....😀
संजना - ( आनंद से ) भाई ..... भांग आपने पिलाई थी ना मुझे 🙄..
आनंद - ( आराध्या जी से ) अरे जूजू ब्रेकफास्ट नही बना क्या आज ?
संजना - भाई जो मैने पूछा है वो बताइए ...
आनंद - जूजू ......
आराध्या जी - ( खुशी की तरफ दिखाकर ) तुम्हारी खुशी ने बनाया है .....
आनंद - वाह क्या बात है खुशी जी ...यहां भी आकार कांड करना शुरू कर दिया ...😀
( खुशी उसे घूरने लगती है तो वो कहता है)
आनंद - ( खुशी को पकड़कर ) अरे हम मजाक कर रहा.....
खुशी - हां ठीक है 🙄...
आनंद ,- प्लीज नाराज मत होना वरना फलक तक चल ...
खुशी - आनंद जी शांत हो जाइए......मेरे कानो में दर्द होने लगा है , 😕
आनंद - सगाई के टाइम तो नही हुआ था 😒
खुशी - हां ... हां कुछ नही
( तभी अवनी सीढ़ीओ से नीचे उतरकर आ रही होती है तो उसे देख रिया कहती है )
रिया - अवनी ...तुमने भी भांग पी थी क्या , आज बहुत लेट तक सोती रही हो ...
अवनी - ( सीढ़िओ से उतरकर ) नही भाभी ....बस ऐसे ही ..
आदि - तुम्हारी आवाज को क्या हुआ है ?ऐसे क्यों बोल रही हो ....तबियत तो ठीक है ना ..? नहीं है तो मैं अभी डॉक्टर को बुला देता हु ......
अवनी - अरे भाई मै ठीक हु ....कोई जरूरत नही डॉक्टर को बुलाने की .....
रिया -अवनी तुम रो रही थी क्या .....
(सब लोग उसकी तरफ देखने लगते है तो वो थोड़ी इरिटेट हो जाती है पर खुद को शांत करके कहती है )
अवनी - नही ...... नहीं ये आंखे तो इतनी देर तक सोने की वजह से फुल गए होंगे .....
नील - दी ....मैं आपको मेडिसिन देता हु क्योंकि आपको देखकर लग रहा की आप ठीक नही है ......
देव - ( हैरानी ) भाई ....मतलब आप अपना उपचार पेटी यहां भी लेकर आ गए...😯
नैंसी - क्या ....कौनसी पेटी ?🙄
नील - फर्स्ट ऐड कीट ..........
( नैंसी ओह करके ....अपनी जगह से उठ जाती है ताकि अवनी बैठ सके .....वो अवनी को बैठने के लिए कहती हैं तो अवनी उसे मना करके .....आदि के पीछे खड़ी हो जाती है और उसे धीरे से कहती है ,)
अवनी - भाई ....आप एक बार कमरे में चलेंगे क्या ??
आदि -( मुड़कर ) हां ठीक है ....
( अवनी फिर बिना कुछ कहे ही ऊपर अपने रूम में चली जाती है .....थोड़ी देर बाद आदि आता हूं कहकर ...अवनी के कमरे में जाता है और देखता है की वो बालकनी में खड़ी है .......वो वहां जाता है और सामने देखते हुए कहता है ,)
आदि - क्या हुआ ?....मुझे पता है तुम ठीक नहीं हो ...
अवनी - ( आदि की तरफ देखकर) भाई हम ठीक है ....वो बस कुछ बताना था मुझे ...
आदि - हां कहो क्या हुआ ...
अवनी -( सामने देखते हुए ) ऋषभ जी को पता चल गया है की मैं मिस्टर राजबीर की बेटी हु .......
( आदि हैरान हो जाता है...वो अवनी को देखने लगता है और उसके सर पर हाथ फेरकर कहता है )
आदि - ऋषभ ने तुम्हे कुछ कहा......
( अवनी कुछ नही कहती है ,वो कही और खोई होती है की आदि उसे हिलाकर कहता है )
आदि - अवनी होश में आओ और बताओ ....ऋषभ ने कुछ कहा क्या ...( गुस्से में ) अगर उसने कुछ कहां है तो उसकी खैर नहीं ....
( आदि ...गुस्से में वहां से जाने लागत है तो अवनी उसका हाथ पकड़ लेती हैं और रोकते हुए कहती है )
अवनी - भाई ...उन्होंने कुछ नही कहा है ..
आदि - फिर क्या हुआ है मेरी बहना .....एक मिनिट ऋषभ को कैसे पता चला ?
अवनी - उन्हे शादी के टाइम से पता था और मेरे वीआईपी से डैड की फोटो मिल गई थी उन्हे ......
आदि -( मुस्कुराते हुए ) मौसा जी को अभी भी याद करती हो ना ....
अवनी -( दूसरी तरफ मुंह फेरकर ) नही ......
आदि - मैने तुम्हारे कमरे के अलमीरा में मौसा जी की फोटोज देखी थी ......( अवनी का फेस अपनी तरफ करके ) तुम एक बार मौसा जी से मिल लो ......
अवनी - भाई प्लीज 😕😕..….अच्छा ये बताईए हम यहां से कब जायेंगे , मुझे जाना है ..
आदि - क्या मतलब जाना है ......विहान का प्रपोजल अभी तक नही हुआ पूरा ....
अवनी - भाई प्लीज मुझे यहां से जाना है .....
( अवनी छोटे बच्चे की तरह ज़िद्द करने लगती है तो आदि को कुछ समझ ही नही आता की क्या करे ......वो अवनी को बालकनी से लेकर रूम में आता है और कहता है )
आदि - अवनी .....तुम अभी रेस्ट करो ... मैं ऋषभ से बात करूंगा ...
अवनी - ( उसे रोककर ) नही .....आप उनसे मत कुछ कहना .....
आदि -( हैरानी से ) ठीक है ....तुम थोड़ी देर बाद नीचे आ जाना ब्रेकफास्ट करने अगर तबियत ठीक लगे तो ...वरना यही भिजवा दु क्या ??
अवनी - नही भाई .... भूख नहीं लगी ...
( आदि ...उसे देखता है और फिर ठीक है कहके कमरे से बाहर निकल जाता है ..और खुद से कहता है - कुछ तो गड़बड़ है .......वो फिर से एक बार रूम में झांकता है और देखता है की अवनी बालकनी में जाकर खड़ी हो गई है । फिर वो नीचे उतर कर हॉल में आ जाता है और देखता है की सब लोग ब्रेकफास्ट करने जा रहे है , आदि ....विहान के पास जाता है और कहता है ,
आदि - ऋषभ को देखा क्या ?
(आराध्या जी बीच में ही )
आराध्या जी - हां ऋषभ आज सुबह से ही उस किचन कर साइड वाले कमरे मैं सभी नौकरों के साथ है ....
आदि - ( हैरानी से ) क्यों .??
आराध्या जी - बेटा वही तो नही पता .......आप लोग फोन करके पूछिए क्योंकि मैं तीन बार डोर नॉक कर चुकी हु ......
आनंद - ऐसे कैसे ...कही कुछ गड़बड़ तो नही है 😯😯...
रिया - मैं फोन करती हु ...
( रिया फोन करने लगती है पर ऋषभ नहीं उठाता है ........तो .सब लोग थोड़े परेशान हो जाते है ).....
किचन के साइड वाला कमरा
अंदर रूम में ऋषभ सोफे पर बैठा होता है अपने हाथो में चाबुक लेकर .....सामने सारे नौकर सर लटकाए बिल्कुल शांत खड़े होते है , ऋषभ फिर अपना सर ऊपर करता है और कहता है ,
ऋषभ - ( चाबुक दूसरी तरफ रखकर ) मैं लास्ट टाइम पूछ रहा...अवनी जी के दूध में भांग किसने मिलाई ....😡
( कोई कुछ नही कहता है ....ऋषभ चाबुक उठाकर नीचे मारता है तो सारे नौकर थोड़े पीछे हो जाते है ....ऋषभ उन्हे देखकर कहता है )
ऋषभ - अगर अब किसी ने नही बताया तो सबको इस चाबुक से पड़ेगी ......
( सारे नौकर एक दुसरे को देखते है और फिर उन में एक एक आगे आकर कहता है )
नौकर - ( सर नीचे करके ) मास्टर....हम लोगो में से किसी ने भी भांग नहीं मिलाई .....
( ऋषभ को थोडा गुस्सा आ जाता है ...क्योंकि सब के सब यही जवाब दे रहे होते हैं और इस बात को बार बार सुनकर इरिटेट वो हो गया होता है ......पर फिर भी वो अपनी जगह से उठता है और नौकर के कंधे पर हाथ रखकर कहता है ,)
ऋषभ - अगर मुझे थोड़ी सी भी भनक लगी की मेरी अवनी के दूध में तुम लोगो ने भांग मिलाई थी तो किसी की खैर नहीं .…......
( फिर वो नौकरों को जाने के लिए कह देता है तो उसमे से एक रुककर कहता है )
नौकर - मास्टर ....,हमारा काम वफादारी का है और हम लोग ऐसा बिल्कुल भी नही कर सकते मैम के साथ और हां आपके साथ जो दो नौकर आए थे ...वो आज सुबह से नजर नही आ रहे ...
( फिर वो कमरे से बाहर निकल जाते है तो ऋषभ अंदर से दरवाजा बंद कर लेता है और आनंद को मैसेज करके कहता है की - मैं ठीक हु... बाद में बाहर आऊंगा । फिर वो सोफे पर बैठ जाता है और अवनी के बारे में सोचने लगता है क्योंकि सुबह से अवनी को उसने सिर्फ एक टाइम देखा था और वो भी तब ....जब वो सुबह जगा और अवनी को अपनी बाहों में सोए हुए पाता है, फिर वो उठता है और उसके माथे पर किस करके रूम से निकल जाता है ......तबसे लेकर वो अब तक उसने अवनी को नहीं देखा होता है , वो अंदर ही अंदर बेचैन हो जाता है क्योंकि उसे समझ नही आ रहा होता है की वो बाहर कैसे जाएं....और अगर जाए भी तो अवनी को कैसे फेस करेगा ( अपने सर पर हाथ रखकर कहता है ) -
ऋषभ - पता नही क्या सोच रही होंगी वो मेरे बारे में....... नही मैं बाहर नही जाऊंगा .........
( तभी डोर पर नॉक करते हुए आनंद कहता है )
आनंद - ओय भाई ...दरवाजा खोलो वरना दरवाजा तोड़ कर उसे आपको चिप..... ...
( तभी ऋषभ डोर खोल देता है तो वो मुंह पर उंगली रख लेता है ....ऋषभ दरवाजे पर खड़े होकर कहता है )
ऋषभ - यहां क्या कर रहे हो ?
आनंद -( ऋषभ को बाहर खींचकर ) आपको क्या हुआ है ? सुबह से खुद को रूम में क्यों चिपका रखा है .....
ऋषभ - कुछ नही ......तुम जाओ
आनंद - चले जाऊंगा .....पर पहले ब्रेकफास्ट कर लो सब इंतजार कर रहे .....
ऋषभ - ( बालो में उंगली लगाकर ) तुम्हारी भाभी कहां है ?
आनंद - ( उबासी लेते हुए ) कौनसी वाली ?😄
ऋषभ - क्या मतलब कौनसी वाली ......मेरी एक ही वाइफ है ....
आनंद - ओह लाते मारने वाली भाभी .....( ऊपर इशारा करके ) वो ऊपर रूम में है ...( उसके कंधे पर हाथ रखकर) पता है भाई अभी भाभी नीचे ही थी ...उनका बिहेवियर बहुत अजीब था जैसे गुस्से में हो ...😯
ऋषभ -( रूम में घुसकर ) तुम जाओ ....मैं बाद में ब्रेकफास्ट करूंगा .....
आनंद -( मुस्कुराते हुए )
कुछ तो गड़बड़ है , ऋषभ बाबू के साथ ,
लगता है मिली है पूरी रात इन्हे लात .....
नही करना चाहते है मेरी भाभी से मुलाकात
वाह वाह क्या बात , क्या बात , क्या बात
ऋषभ - ( घूरते हुए ) निकल लो यहां से वरना मिलेगा तुम्हे, मुक्का लात
आनंद - वाह मेरे साथ रहने का कुछ तो फायदा हुआ......😎 तुकबंदी करना सीख गए .....
( इससे पहले ऋषभ कुछ कह पाता है , आदि उसक हाथ खींचते हुए डाइनिंग टेबल के पास ले आता है और कहता है)
आदि - ऋषभ ....ब्रेकफास्ट करो और उसके बाद जो तुम्हे करना है करो ......
ऋषभ -( हैरानी से ) तुम ऐसे क्यों बात कर रहे ?
आदि - कुछ भी नहीं.....तुम ब्रेकफास्ट करो...
( सबको आदि का बिहेवियर ऋषभ के साथ थोड़ा अजीब लगता है पर सब शांत रहते है और बैठ जाते है ...... थोड़ी देर बाद ब्रेकफास्ट करने लगते हैं तो सब ऋषभ को देखकर हैरान हो जाते है क्योंकि वो ऊपर देखते हुए जल्दी जल्दी खा रहा होता है .....वही सब एक परांठे पर लगे होते है तो ऋषभ का दूसरा भी फिनिश हो जाता है ......उसे देख संजना कहती है )
संजना -( विहान से ) ओय शुतुरमुर्ग ये ऋषभ भाई को क्या हुआ है ....😯ऐसे क्यों खा रहे .....
विहान - तुम मुझे शुतुरमुर्ग कहना बंद करो पुराने गानों की रेडियो। .....
( संजना उसका परांठा लेकर टविंकी की प्लेट में डाल देती है और मुस्कुराने लगती है तो वो घूरते हुए कहता है )
विहान - तुम्हारा दिमाग तो ठीक है .....
( ट्विंकी बीच में ही )
ट्विंकी - क्या हुआ आप दोनो को ?
विहान - जी कुछ नही ...
( फिर वो सर नीचे करके अपना खाना खाने लगता है पर उसकी नजर ट्विंकी की प्लेट पर होती है जो उसी का परांठा खा रही होती है , वो मुस्कुराते हुए उसे देखने लगता है तो नील कहता है )
नील - ( ऋषभ से ) मिस्टर ऋषभ ....आपकी ट्रेन छूट रही हैं क्या ....या कोई आ रहा है?
( ऋषभ आने की बात सुनकर थोड़ा हड़बड़ा जाता है और तभी उसका खाना अटक जाता है तो आनंद उसे पानी देने के बजाए तेज तेज से मुक्का मारने लगता है ....उसे ऐसे करते देख खुशी उसका हाथ पकड़ लेती है और कहती है )
खुशी - ये क्या कर रहे आप ??
आनंद - ( खुश होकर ) आज मौका अच्छा मिला ... पीट लेता हु .😎
( खुशी ...आनंद को पीछे खींच लेती है और ऋषभ को पानी दे देती है.....ऋषभ पानी ले लेता है और धीरे धीरे पीने लगता है की उसकी नजर ऊपर अवनी पर चली जाती है ....वो पानी की ग्लास वही रखकर कहता है ,)
ऋषभ - बस मेरा हो गया ....मैं चला ...मुझे कोई डिस्टर्ब मत करना ....
( फिर वो तेजी से उसी कमरे में चला जाता है ...इधर सब लोग फिर से हैरान हो जाते है क्योंकि किसी को कुछ समझ नही आ रहा होता है की आखिर ये हो क्या रहा है .....तभी अवनी नीचे आ जाती है तो देव कहता है )
देव - दी ..आप मेरी जगह पर बैठो और ब्रेकफास्ट करो ....
( अवनी बिना कुछ कहे बैठ जाती है पर उसकी नजरे इधर उधर हो रही होती है की विहान खाते हुए ही कहता है )
विहान -भाभी ... भाई वो सामने रूम में है ....खाने के बाद जरा उनसे मिल लेना क्योंकि मुझे लग रहा उनकी सटक गई है .....
ट्विंकी - क्या हो गई है ...
विहान - कुछ नही कुछ नहीं....
( नील अपना खाना खत्म करके कहता है आप लोग होली की वीडियो अभी देख लीजिए क्योंकि उसके बाद मैं बीजी हो जाऊंगा.....)
नैंसी - आप क्या युद्ध लड़ने जा रहे हो जो बीजी हो जायेंगे .....
नील - हां...
( नैंसी उसे घूरने लगती है.....नील फिर होली की वीडियो टीवी पर लगा देता है ...जिसमे सबसे पहले खुशी - आनंद का सीन होता है जिसमें वो सबको रंगो से भूत बनाने के बाद भांग पी लेते है और एक दूसरे को पकड़ कर बारी बारी से रंगो से भरी हुई बाल्टी में एक दूसरे का मुंह डूबे रहे होते है .......( ये देखकर आनंद मुस्कुराते हुए उसकी तरफ देखने लगता है तो खुशी नीचे से ही आनंद के पैर पर मार देती है और कहती है )
खुशी - सामने देखिए....सब हमारी तरफ देखकर हंस रहे है ....
( आनंद सबको देखकर मुस्कुराने लगता है और कहता है )
आनंद - वो ....वो भांग के नशे में ये हो जाता है 😆😅.....
आराध्या जी -( हंसते हुए ) जूनी ये बहुत खतरनाक था 😂वैसे मै सोच रही अगर इसे अपलोड कर दु तो बहुत व्यूज मिलेंगे ......और मैं हो जाऊंगी फेमस 😎
आनंद - जूजू आप मेरी इज्जत को ऐसे थोड़े उछाल सकते है 😒😒ये अन्याय है .....
आराध्या जी - अरे अरे मजाक कर रही .....
आनंद - मैं कौनसा सीरियस ब्लैक बन गया था 😂😂😂😂....
( सब लोग हंसने लगते है जिसकी आवाज सुनकर ऋषभ रूम का डोर हल्का से ओपन कर लेता है और सामने स्क्रीन पर देखने लगते है ....अगला सीन विहान का होता है जिसमे वो मुंह लटकाए हुए धीरे धीरे लड़खड़ाते हुए सभी के बीच में चला जाता है और ठंडाई की एक ग्लास लेकर वही नीचे बैठकर पीने लगता है ...उसके बाद पूरे 6 ग्लास भांग वाली ठंडाई पीता है और फिर खड़े होकर .....एक नौकर का हाथ पकड़ लेता है और उसे अपनी करीब करके नचाने लगता है ......( ये देखकर विहान अपना फेस दुसरी तरफ कर लेता है तो देव कहता है )
देव -( हंसते हुए ) ये आप उसके साथ क्या कर रहे थे .....😂😂कही ये तो नही सोच लिया कि वो ट्वि.....
( विहान मुड़कर उसका मुंह बंद कर देता है और कहता है )
विहान - ( नील से ) नील ....नील मेरा सीन जल्दी से हटाओ वरना मैं भाग रहा यहां से .....
आनंद - अरे ऐसे कैसे भाग जाओगे .....मेरी वीडियो को तो स्लो मो में देख रहे थे ना ...( नील से ) मत हटाना .....😂..
खुशी - ( आनंद से धीमे मे) ये क्या कर रहे है आप ....ट्विंकी की तरफ देखिए ...कैसे देख रही है वो विहान भाई को ....
आनंद - ऊप्स ....( नील से हंसते हुए ) चलो किसी और के कांड दिखा दो .....
( नील इस बार संजना और देव की वीडियो लगाता है जिसमे वो दोनों वही नीचे बैठकर...एक दूसरे को इशारों से ऊपर कुछ दिखा रहा होता तो संजना कहती है )
संजना - ( नील से ) 😯😯ये कब बनाया .......
( फिर विडियो में देव और आनंद उसे जबरदस्ती भांग वाली ठंडाई पीला देते है तो वो घूरते हुए कहती है )
संजना - मतलब आप ( आनंद को ) तुम ( देव को ) मिलकर मुझे भांग पिलाई थी ....😡अब नही बचने वाले मेरे हाथो से .... बहुत कुटुंगी .....
( अवनी अभी भी शांत होती है ....उसकी नजर दरवाजे की तरफ जाती है तो ऋषभ हड़बड़ा कर डोर बंद कर देता.......( फिर विडियो में एक जगह पर नैंसी का सीन आता है तो उसका मुंह खुला का खुला ही रह जाता क्योंकि उसमे वो पिलर से लिपट कर खड़ी होती है और फिर रोना शुरू हो जाती है .........) ये देखकर नैंसी कहती है ,
नैंसी - ये मैं क्या कर रही थी ....मुझे भांग किसने पिलाई थी 🙄...
( सब देव की तरफ देखने लगते है तो वो कहता है)
देव - ( नैंसी से ) वो सॉरी..... मैने ही पिलाई थी ..😜😜पर ये बताओ आप पिलर से क्यों लिपटे हुए थे??
नैंसी - मुझे नही याद .....😯
( फिर वो उठकर किचन में चली जाती है तो नील दूसरी वीडियो लगा देता है जिसमें ऋषभ और अवनी का सीन होता है ..... जहां अवनी ऋषभ को रंग लगा देती है तो वो उसे गोद मे लेकर टब में गिरा देता है ....फिर दूसरी जगह पर वो ऋषभ अवनी को लेकर टब मे गिरा होता है और किस करने जाता हुए तो ) ये देखकर सब अपनी आंखे बंद कर लेते है ......अवनी की नजर टीवी पर नही होती है ..खुशी उसे हिलाकर कहती है देखने के लिए तो....वो अपनी आखें बड़ी कर लेती है और शर्माते हुए वीडियो चेंज कर देती है .....इस बार रिया आदि का सीन होता है जिसमें वो पेड़ के नीचे बैठकर एक दूजे के ऊपर फूल फेंक रहे होते है 😆😆 दोनो शर्माते हुए वीडियो खुद ही चेंज कर देते है.....इसमें आनंद सबको अपने पीछे लाइन में बिठाकर ट्रेन की तरह चल रहा होता है तो सब उसे
देखकर हंसने लगते हैं .....सबको ऐसे देख वो कहता है )
आनंद - बस बस ....😂😂😂😂बंद करिए ....मेरा हाल बुरा हो रहा ये सब देखकर ....मुझे भरोसा नही हो रहा की ये मैं कर रहा था 😄😄....
खुशी - हां तो दुनिया की सारी उटपटांग हरकते करने का काम तो आप ही न लिया है ....
आनंद - हूह ...आपको खुशी नही ...चुड़ैल ही कहना चाहिए ....😒
( खुशी फिर से उसके पैर पर मारने जाती है तो वो नीचे से उसकी टांग फसा लेता है ....वो उसे घूरने लगती है तो वो कहता है )
आनंद - आप इसी तरह से बाज आएंगी बीवी जी 😄😄😅
( फिर सब लोग टीवी बंद कर देते है ...नील और अवनी वहां से चले जाते है और ...सब होली में की हुई उटपटांग हरकतों के बारे में बात करके हंसने लगते है ).....
दूसरी तरफ,
कश्यप मेंशन ,
इधर घर पर अनंत जी अपने लैपी को लेकर रूम में घुसते हैं और देखते है की निहारिका जी बेड पर बैठकर टीवी देख रही है , उन्हे ऐसे देख वो कहते है ,
अनंत जी - ये क्या कर रही है आप ?
निहारिका जी - सारे कार्टून्स चेक कर रही हु की कौनसे अच्छे होंगे मेरे पोते पोतिओ के लिए .....😍
( अनंत जी हैरानी से उन्हे देखने लगते है और फिर बिना कुछ कहे सामने सोफे पर बैठकर लैपी पर काम करने लगते है तो वो कहती है )
निहारिका जी - अब आप ये क्या कर रहे है ....
अनंत जी - ( काम करते हुए ही ) बस कुछ पेपर्स रेडी कर रहा परफ्यूम कंपनी के डील के लिए.....
निहारिक जी - डील तो हमे मिल चुकी है ना ?
अनंत जी - हां पर एक लास्ट कॉन्ट्रैक्ट साइन होना बाकी है ....ऊपर से कुछ कंपनीज अभी भी पूरी कोशिश में है की डील उन्हे मिल जाए ....
निहारिका जी - ओह😯 पर आप प्लीज ऑफिस का काम ऑफिस में ही करिए ....एक तो आप दोनो भाई दो दिन बाद घर पर आए है और आते ही काम में लग गए....
अनंत जी - जी देवी जी ....डील जरूरी है इसलिए ...
निहारिका जी - ठीक है फिर ....आप दोनो भाई रहिए कंपनी में... हम जा रहे मायके ...
अनंत जी - आप शादी से पहले ही तो गई थीं.....
निहारिका जी - इस बार अनिका दी के घर जा रहे है पापा ने बुलाया है 💗
( अनंत जी उसे देखने लगते है और फिर कहते है )
अनंत जी - विवेक और परी कहां है ?
निहारिका जी - ट्रिप पर गए है ......कुछ दिनों में आ जाएंगे...
अनंत जी - ( हैरानी से ) उन दोनो को अकेला भेज दिया आपने ....
निहारिका जी - अरे टीचर्स भी है ....वैसे बच्चे घर पर नहीं है तो सब सुना सुना लग रहा...
अनंत जी - अब बच्चे बड़े हो गए है और शादी - शुदा भी .....
निहारिका - तो क्या हुआ अगर वो शादी शुदा हो गए तो ....🙄
अनंत -( काम करते हुए ही ) शादी के बाद बच्चे दूर हो जाते है ...
निहारिका जी - ( गुस्से में ) ऐसा कुछ भी नही है .. मैं अपने बच्चो को जानती हु वो मुझसे दूर नही होंगे ...और अगर किसी ने उन्हे मुझसे दूर करने की कोशिश की तो मिट्टी में गाड़ दूंगी उसे 😤....
( अनंत जी ...अपना काम छोड़ निहारिका जी को देखने लगते है जो उन्हे घूर रही होती है ....वो पानी की ग्लास देते है और कहते है - अच्छा सॉरी ...., फिर वो अपने काम में लग जाते है ...थोड़ी देर बाद निहारिका जी अलमीरा से कपड़े निकालकर पैक करने लगती है और कहती है ,)
निहारिका जी - वैसे आप रितिका से मिलने क्यों गए थे ?
( अनंत जी काम रोक उनसे कहते हैं)
अनंत जी - आपको किसने बताया ?
निहारिका जी - जो हमने पूछा है वो बताइए ..आप क्यों मिले .....एक मिनट कही आप रितिका को विहान के लिए तो नही देख रहे .....ऐसा बिल्कुल मत करिएगा क्योंकि वो टविंकी से प्यार करता है ....
अनंत जी - कंपनी के काम की वजह से बुलाया था ....
( निहारिका जी ओह ठीक है फिर कहके...रूम से बाहर चली जाती है तो अनंत जी अपना काम रोक कर फोन में कुछ देखने लगते है .......)
इधर डलहौजी में ,
ऋषभ कमरे से निकलता है और आराध्या जी से कहता है ,
ऋषभ - आंटी जी ..अब हम लोगो को जाना होगा ...
विहान - ( हैरानी से धीरे से ) क्या मतलब जाना पड़ेगा भाई 🙄मेरे बारे में तो सोचो ......
आराध्या जी - क्या हुआ बेटा ...सब ठीक तो है ?
ऋषभ - सब ठीक है पर हम लोगो को घर जाना होगा क्योंकि अभी आकाश अंकल का फोन आया था उन्होंने ने बताया कि परफ्यूम कंपनी की जो डील है .....उसके लिए डैड और वो हमारी हेल्प चाहते है ऊपर से वो डील मेरे और विहान के अंडर है तो हमे जाना पड़ेगा ...
विहान - ओह ये बात है 😯
राहुल जी - तो काम यही से कर लीजिए ...
विहान - नही अंकल जी ... सारे डॉक्यूमेंट और डील से रिलेटेड चीजे लैपटॉप में है जो घर पर है .....
राहुल जी - ठीक है जैसी तुम्हारी मर्जी .....🤗...
( तभी ट्विंकी आती हैं और कहती है )
ट्विंकी - आप लोगो को जाना है तो जाइए ....पर सारी लड़कियां यही रहेंगी ....
आनंद - मैं अपनी खुशी से दूर नही हो सकता ....मैं नहीं जा रहा...
विहान - चलना तो पड़ेगा आनंद बाबू ....
( बीच में ही देव खुश होकर कहता है )
देव - चलो अच्छा है ...उस रक्तचुस्मानव से कुछ दिन दूर तो रहूंगा ...( ऋषभ से ) थैंक्स जी जा जी😏
ऋषभ - ये रक्तचुस्मानव कौन है .....?
देव - कोई नही कोई नही ......
( तभी आदि और रिया दोनो एक साथ अपने कमरे से आते है , विहान उन्हे ये बात बताता है तो वो कहता है )
आदि - ठीक है फिर ....वैसे मुझे भी एजेंसी से रिलेटेड कुछ डॉक्यूमेंट चेक करने है ( रिया से ) आप यही रहिए..अगर ट्विंकी चाहती है तो ........
नील - मैं भी चल रहा फिर....
( नैंसी सोफे से उठ जाती हैं और कहती हैं)
नैंसी - एक मिनट एक बात कहूं.....मुझे तो ये बात नही समझ आ रही की हम लोग यहां काम से दूर एंजॉय करने आए थे या काम करने 😒
ऋषभ - ( मुस्कुराते हुए) सिर्फ कुछ दिन का काम है उसके बाद हम घूमने जायेंगे ......( राहुल जी से ) ठीक है अंकल जी हम चलते है क्योंकि टाइम भी लगेगा और थोड़ी देर बाद मीटिंग भी है.......
( ये कहकर ऋषभ एक बार ऊपर कमरे की तरफ देखता है और फिर बाहर चला जाता है .......उसके जाने के बाद विहान अवनी के कमरे में जाता है और कहता है )
विहान - भाभी मुझे आप दोनो लोगो से कुछ बात करना है ....
( खुशी और अवनी दोनो एक साथ ही होती है........फिर खुशी कहती हैं)
खुशी - हां बताइए क्या हुआ भाई ?
विहान - खुशी वो एक्चुअली मैं चाहता हु कि आप दोनो लोग ट्विंकी जी के दिल की बात जाने ....मेरा मतलब उनकी लाइफ में कोई और तो नही है ?? वो मेरे बारे में क्या सोचती है .....
खुशी -( हैरानी से ) हम ....
विहान - हां प्लीज 😅मैने नीचे भी रिया भाभी को कहां ...अब आप लोगो से भी ....
( अवनी अभी भी कही और खोई होती हैं तो विहान कहता है )
विहान - भाभी आप ट्राई करेंगी ना?? प्लीज ….
अवनी - ( मुस्कुराते हुए ) हां करूंगी ....
विहान - ( खुश होकर ) थैंक्यू सो मच भाभी 🤗.....अब हम लोग जा रहे घर ....
अवनी - खुशी - क्या मतलब ... कहा जा रहे??
( विहान उन दोनो को बात बताता है तो अवनी कहती है )
अवनी -( हिचकिचाकर ) हां ....हां तो ठीक है मैं यही रहना चाहती हू ....
विहान - ओह ....😯भाई से मिल लीजिए.......
खुशी - ( शॉकली ) मैं आती हूं.....
( खुशी कमरे से निकलकर सीधे हॉल में पहुंच जाती हैं और आनंद के गले लगकर कहती है )
खुशी - आप मुझे छोड़ कर क्यों जा रहे?
आनंद - ( हंसते हुए )अरे वैसे तो आप पूरे दिन लड़ती रहती है इसलिए जा रहा हु ...
( खुशी उसे घूरने लगती हैं तो वो कहता है )
आनंद - अरे कुछ दिन दूर भी रहना चाहिए ...शायद आपका प्यार मेरे लिए और बढ़ जाए और किसी और का भी ..........
खुशी - ( आनंद को छोड़कर) हां आप तो लव गुरु ही बन जाइए ....😏
आनंद - वही तो मैं ज्ञानी बाबा से लेकर लव गुरु भी है 😎 वाह क्या टैलेंट है मुझे में .....
( खुशी ठीक है कहकर बाहर चली जाती है .....थोड़ी देर बाद सब लोग बस के पास आ जाते है सिवाय अवनी और संजना के .....खुशी गेट पर ही खड़ी होती है तो आनंद उसे अपनी बाहों में ले लेता है और उसके माथे पर किस करके बाय कहके बस में बैठ जाता है , आदि भी रिया को मुस्कुराते हुए देखता है , विहान .....( मिलन अभी आधा अधूरा है ) गाना सुनते हुए ...ट्विंकी को देख रहा होता ......आदि फिर ऋषभ की तरफ देखता है जिसकी नजरे दरवाजे की तरफ होती है......आदि भी बाहर देखता है तो उसे अवनी नहीं नजर आती हैं.....इससे पहले वो कुछ बोलता ऋषभ बस स्टार्ट करके डलहौजी वाले घर के लिए निकल जाता है........
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Pallavi
18-Jun-2022 09:44 PM
Nice post. intresting part
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Seema Priyadarshini sahay
18-Jun-2022 06:07 PM
हँसी खुशी के छींटे कमाल और रोचक भरपूर👌👌
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Punam verma
18-Jun-2022 08:39 AM
Very nice
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